मोसे को नियम अना भविस्यवक्ता को किताब मा लक गोस्टी बाचन को मघा सभाघर को मुखिया गीन न उनको जवर साँगके धाडीस, भाऊ यदि तुमरो जवर लोक गीन को सान्ती लाई कोनी गोस्टी से तो आयकावो।
अना उनको आतमा ला अडिग करके बिस्वास मा बनयो रव्हन लाय यो सांगके सिकायो का अमिला मोठयो दुख झेल के परमेस्वर को राज मा धसनो सेत, मंग वय लुस्तरा मंग इकुनियुम अना अन्ताकिया नगर ला लवटके आइन।
उदाहरन को लाई यूसुफ, नाव को एक मानूस होतो, वय लेवी खानदान, को होतो। वोको जन्म साइप्रस, दीप मा भयो होतो। चेलागीन, न वोको छाप को नाव बरनबास, मन्जे हिम्मत को टूरा राखी होतिन।
अबा मुरत गीनको पुड़ा चघायो हुयो बली को बारेमा, आमी जाना सेजन, अना आमी सक्ड़िया मानूस ला यो मालूम सेत। पर पिरेम लक सबको उन्नती होवासेत, पर गियान गरब ला पैदा करा सेत।
उ सब दुख मा अमीला, सान्ती देतो रव्हसेत। जोन लक, परमेस्वर को कन लक, अमीला जोन सान्ती भेटासेत, वोच को लक आमी दुसरो ला भी, उनको हरेक दुख मा सान्ती देवन को ताकत अमीला मिल जाय।
कोनी फालतू गोस्टी तुमरो टोंड लक नही निकलनो पाहिजे, पर केवल असी गोस्टी हिटनो पाहिजे जोन ओना बेरा की जरुरत को जसो तरक्की को साठी साजरो होय, जोको लक की आयकन वालो पर दया होय।
तुमी जानासेव का जसो बाप अपरा टूरा गीन को संग बरताव करासे, वसोच हमी भी तुमी मा लक हर एक ला सिक्सा देईसेजन अना तैय्यार करा सेजन अखीन बिनती करके समझाई सेजन।
अना आमी ना आपरो भाऊ अखीन मसीह की साजरो बारता मा परमेस्वर ला संग देन वारा दास तीमुथियुस ला धाड़िया, का तुमरो भरोसा मा तुमला बड़ावा देके पक्को करेहत अना समझाहेत।
अखट्ट मा अगा भाऊ हुन हमी तुमी लक पिरभू यीसु मा बिनती करके तुमला समझाव सेजन का, जसो तुमीना आमिलक काबिल चाल चलनो अना परमेस्वर ला खुस करन की सिक्सा पायासेव। अना जसो का तुमी सचमुच चला सेव। वसोच अखीन लगत बढत जावो।
अना वय कहानी गीन अना कबच न खतम होवन वारो खानदान पर मन नोको लगावना जेनको लक झगड़ा राड होवासे अना परमेस्वर को वोनो इन्तेजाम को जसो नही जोन बिस्वास पर बनायो हुयो से वसोच मी कव्हसू।
जिनको मालिक बिस्वासी से वोला वय भाऊ होवनो को कारन बुरो नही जानेत, वरन वोकी अखिन सेवा करीन काहेकी एको लक लाभ उचलन वालो बिस्वासी अना माया लक एना गोस्टी गीन को सिक्सा लियो करो अना आदर समेत समझावता रव्हो।
अना एक दुसरो संग जमा होवनो नोको छोड़ो। जसो कितरो लोकगीन को असोच रित सेत। अना एक दुसरो ला बढ़ावा देवत रव्हो, जसो-जसो विपदा को दिवस जवर आवता चोवो असोच करो।
जब तकन आज को दिवस कहलावसेत तबा तकन तुमी रोज एक दूजो ला बढ़ावा देव, कदी असो नोको भई जाय का तुमरो लक कोनी मानूस पाप मा पड जाय अना वोको मन गोटा जसो भई जाय।
यो वय लोक सेत, जोन मा आतमा नाहती पर अगा चहेतो संगी, तुमी एक दुसरो ला आत्मिक रुप लक आपरो लगत पवितर भरोसा मा पिक्को करत रव्हो। पवितर आतमा को संगा पिरातना करने।