पर मि तुमी लक यो कव्हासु, का जोन कोनी आपरो भाऊ पर हिजड़ेत, उ कचहरी मा सजा को काबील होहेत, अना जोन कोनी आपरो भाऊ ला निकम्मो कहे, ता उ मोठी सभा मा सजा को काबील होहेत, अना जो कोनी कहे अरे मुरख! ता उ नरक की स्तो को सजा को हिस्सेदार होयेत।
यीसु ना फरिसी को कड़ो मन ला चोयके उदास भय गयो, अना हिजड़ के चारो कन चोयीस अखीन ओनो मानूस ला कहीस “आपरो हात बढाव।” ओना बढाईस, अखीन ओको हात साजरो भई गयो।
जोन मोसे को नियम को गुरू यीसु ला निवता देई होतिस, असो चोवके! मन च मा कव्हन लग्यो “यदि यो मानूस भविस्यवक्ता होतो तो जान लेतो का यो बायको कसी से अना काजक करासे? काहे की वातो पापी होती।”
पयलो गोस्टी यो सेत का मोरो आयकन मा यो आईसेस का जबा तुमरो यहान कलीसिया धरम सभा होवासेत, तो तुमरो बीचमा दल बन जासे अना मि यो बात मा एक हद तकन भरोसा करासू।
अदी कोनी असो जरुरी समजासेत का मी वा कुंवारी को हक्कमार रहि सेव, जोनको जवानी ढल रही सेत, अना जरुरत भी सेत तो उ जसो मरजी मा सेत बिहा कर सका सेत। यो मा कोनी पाप नाहती वोको बिहाव होवन देवे।
अना परमेस्वर लोक गीन को अपराध गीन को दोस उनको पर नही लगावते हुयो मसीह मा संसार मा मेल मिलाप अपरो संग कर रहयो होतो अना वोना हमरो मेल जोल को गोस्टी सौप देइसेस।
एकोलाई हे भाऊगीन जोन-जोन गोस्टी खरो सेत, अना सुहानो मान भाव को सेत अना जोन-जोन नियाव वारो सेत, जोन-जोन गोस्टी पवीतर सेत, जोन-जोन गोस्टी मन ला खुस करासेत अना साजरो अना बड़ाई वालो सेत उन ला मन लगाय राखो।