राजा अना सासकगिन उन लोक हुनला नही डरावा सेत, जोन साजरा काम करा सेत, पर वय वोला च डरावा सेत, जोन बुराई करा सेत। अदी तुमी सासन लक नही डरनो चाव्हा सेव, तो भलो काम करो, तुमरो बड़ाई होहेत।
का जेवन करन अना पिवन लाय तुमरो घर नाहती? का तुमी। परमेस्वर को कलीसिया ला दुतकार सो अना गरिब गोर गिनला निचो दिसावसो? का मी तुमला साबासी देऊ तुमी साबासी को काबिल नही सेव।
अना एक दुसरो संग जमा होवनो नोको छोड़ो। जसो कितरो लोकगीन को असोच रित सेत। अना एक दुसरो ला बढ़ावा देवत रव्हो, जसो-जसो विपदा को दिवस जवर आवता चोवो असोच करो।