कोनी भी गुलाम मानूस दुई मालीक को सेवा नही कर सकासे। काहेका उ एक लक बइर अखीन दुसरो को संग माया राखेत। अना एक लक गाढोपन अना दुसरो ला नीच जानेत। तुमी परमेस्वर अना धन दुही की सेवा नही कर सकासो।
संगती मा उ धन्य वाद को बटकी जोन पर आमी धनवाद करासेत, का मसीह को खून को हिस्सादार नही। उ भाकर जोन ला आमी तोड़के जेवेसेजन का उ मसिहा को देह को हिस्सादार नाहती।