13 एतरे जाय्न चोखली सास्तर मे लीखली आहयी वात ने ह़ीक लेवो के मने बादा नी जोवती, पण गीण जोय री ईनु मतलब ह़ु से, काहाके मे धरमी माणहु ने नी, पण पापी माणहु ने बोलाव्वा आवलो से।
कदीम तमु सास्तर मे लीखली आहयी वात ह़मजी जता के ‘मे माणहु मे गीण देखवा हींडु, जानवरु ने मारीन बादा नी जोवती’ ता वण-गुनाळ्ळा ने गुनाळ्ळा नी ठेरावता।
“पापु ने सोड़ीन आह़फाम ना मन ने भगवान वगा वाळो, काहाके ह़रग नु राज ह़ातेत आय जेलु से।”
तीहयी टेमे गेथो ईसु आहयु परच्यार करवा बाज ज्यो, पाप भणी गेथु मन फीरवीन भगवान वगा वळो। ह़रग नु राज ह़ाते आय लागलु से।
आमु पाप भणी गेथा मन फीरवीन भगवान वगा वळ जेला से, ईसम जीवाय जीवीन आह़फा ने उजन्ता करो।
ईसु तीमने केदो, “तमु खरला सास्तर मे आहयु कदी भण्या नी ह़ु: ‘जे दगड़ा ने राज-मीस्तर्या रीकामो ह़मजीन बारथो नीकाळ देदा, तीहयो दगड़ोत घोर ना पाया ना, खुणे वाळो दगड़ो बण ज्यो? आहयु ते मालीक वगे गेथु हयु, आहयु ते अमारी नींगा मे सेल-भात्यु से।’”
ईसु तीहया फरीसी माणहु ने केदो, “खरला सास्तर मे तमु नी भण्या ह़ु? के जत्यार दावुद राजा अने तीना ह़ाती ने भुक लागी ता तीहया ह़ु कर्या?
ईसु केदो, “तमु चोखली सास्तर मे नी भण्या ह़ु, भगवान सुरु गेथोत तीमने एक बयर अने एक अदमी करीन बणायो।
नीता, मुसा नी लारे लीखली सास्तर मे तमु नी भण्या ह़ु? के भगवान ना मंदीर ना पुंजारा अराम ना दाड़ा नो नेम तोड़ीन बी तीहया वण-गुनाळ्ळा ठेर्या।