31 भुत आहयु केता जाय्न वीन्ती कर्या, कदीम तु आमने नीकाळवा बाज र्यो, ता आमने ह़ुवर्या ना ह़ेला टोळा मे मोकली दे।
अने आखा सीरीया देस मे ईसु नी खबर फेल जी। माणहु फेपराळा माणहु ने, लखवा हयला माणहु ने अने एवा कंय भाती ना मंदवाड़ वाळा ने दुख मे पड़ला माणहु ने अने भुत लागला माणहु ने ईसुन्तां लावता हता अने तीहया आखा ने आरगा करतो हतो।
“चोखली चीज कुतरा ने ना आपो, अने आह़फाम ना मोती ह़ुवर्या ना अगळ ना नाखो, कंखर ईसम नी हय जाय के तीहया तीने तीमना पोगु तळे डाबहे अने पासा फीरीन तमने फाड़ देहे।”
तां गेथो थोड़ोक सेटो ह़ुवर्या नो एक टोळो चरवा बाज र्यो हतो।
ईसु तीमने हुकम आपीन केदो, जावो ता भुत तीहया माणहु मे गेथा नीकळीन ह़ुवर्या मे भराय ज्या अने तीहया आड़खे गेथा दर्या मे कुद पड़्या अने पाणी मे डुबीन मर ज्या।