24 जे मारी आहयी वात ने ह़मळीन तीनीन तेम जीवे, तीहयो तीना ह़मजदार माणेह ने तेम से, जे आह़फा नु घोर चाफर्या पोर वारु पायो खोदीन बणायो।
काहाके जे कोय मारा ह़रग वाळा बाह नी मरजीन अनसारे जीवे, तीहयोन-तीहयो मारो भाय, अने मारी बेनेह, अने मारी आय्ह़ से।”
पाणी पड़्यो, अने नंदी आवी, अने आंजी बी आवी अने तीना घोर ने अफठायी। ते बी तीहयो घोर नी ओदर्यु; काहाके तीनो नीव चाफर्या मे खोदीन बणावलु हतु।
जे मारी आहयी वात ह़मळीन तीनीन तेम नी जीवे, तीहयो तीहया वण-अकल्या माणेह ह़रको से, जे रेत पोर पायो खोदीन आह़फा नु घोर बणायो।
एतरे मे बी तने केम, “तु पतरस से, अने मे आहया दगड़ा पोर मारी मंडळी बणावही अने पताळ नो झापला ने आनी अगळ टेकाये नी।”
“एवो कोय ईमानदार अने अक्कल वाळो, चाकर्यो से, जीने तीनो मालीक आह़फा ना घोर ना पावर्या नो मुखी बणावे। अने केय के तु मारा पावर्या ने टेमे-टेमे खावा-पीवा नी चीज आप्या करजे?
तीमनी मेनी पांच वण-अकल्याण हती अने पांच ह़मजदार हती।
पण बीजी पांच ह़मजदार सोरी दीवा ह़ाते मग्गा मे तेल बी ली लेदी।
पण ह़मजदार कुवारी सोरी केदी, “कदीम, अमारी अने तमारी जुगु आहयु तेल पुरी नी पड़े। भलु आनीत मे से, के तमु वेचवा वाळान्तां जाय्न तमारी जुगु तेल वेचातु ली लेवो।”