ए ढोंगड़ा करन्या चोखली सास्तर ह़ीकाड़न्या अने फरीसी पंथवाळा! तमारी जुगु घणी दुख नी वात से! काहाके तमु ते माणहु ने ह़रग राज मे भरायवा सी रोक र्या। तमु आह़फा बी ह़रग राज मे नी भरायो, अने बीजा ने बी ह़रग राज मे नी भरायवा देवो।
“ता तीहयो आह़फा ना डाखरी धेड़े वाळा माणहु ने केहे, ‘ए खोड़ला! मारीन्तां गेथा सेटा हय जावो। तीहयी जलमकी आक्ठी मे जावो, जे भुतड़ा जुगु ने तीना दुतु जुगु तीयार करलो से;