7 वीन्ती करती वखत आड़जात्यान तेम जादा बोलु नी केजो। काहाके तीहया आहयु सोचे के नाम्बी वीन्ती करवा सी अमारी वीन्ती ह़मळहे।
तीहयो तीमने सोड़ीन अळी वीन्ती करवा ज्यो, अने वीन्ती ना तीहयात बोलु कीन तीसरी कावा वीन्ती कर्यो।
काहाके आड़जात्या आहयी आखी चीज नी ह़ोद मे रेय, अने तमारा ह़रग वाळो बाह जाणे, के तने आहयी आखी चीज जोवे।
ईसु एक कावा अळी, जाय्न, आहयी वीन्ती कर्यो, “ए मारा बाह! कदीम आहयो पीयालो मारा पीया वगर नी टळे, ता तारीत मरजी पुरी हये।”
ईसु थोड़ोक अगो जाय्न अळतेण तीहयो धरती पोर ढुंगो वळीन वीन्ती कर्यो, “ए मारा बाह! कदीम तारी मरजी हय, ता आहयो दुख नो पीयालो टाळ दे। ते बी मारी नी पण तारीत मरजी पुरी हये।”
कदीम तीहयो तीमनी बी नी ह़मळे, ता मंडळी ने की देवो, अने कदीम तीहयो मंडळी नी बी नी ह़मळे, ता तीने आड़जात्या नी अने फाळो लेवा वाळान तेम ह़मजो।