25 एतरे मे तमने केम के आह़फाम ना जीव ना लेदे आहयी फीकर नी करजो के आमु ह़ु खाहु अने ह़ु पीहु; अने नीता आह़फाम ना डील जुगु ह़ु पेरहु। ह़ु जीव खाणा सी, अने डील लुगड़ा सी मोटु नी हय ह़ु?
जे बीज झाटवा वाळी जागा मे पड़्यु तीहयु ते माणेह नी सेलाणी से, जे भगवान ना बोलु ह़मळे ते खरो, पण तीने कळी मे वाळी जीवाय्न नी फीकर अने धन नी लालच भगवान ना बोलु ने पाळीन चालवा नी देय, अने तीहयो जीवाय्न फोळ नी लावे।