13 अने जत्यार पाप कराव्वा नी पारख आवे ता आमने पाप मे नी पड़वा देजे, पण बुराय सी बचाड़।”
जागला रेवो अने वीन्ती करता रेवो, आनीन करते के तमु पारख मे नी पड़ो: आत्मा ते तीयार से, पण डील कमजोर से।”
तारु राज आवे। तारी मरजी जीसम ह़रग मे पुरी हये, तेमेत आहयी धरती पोर बी पुरी हये।
कदीम तमारी वात “होव हय” ता “होव केजो” अने “नी” हय ता “नी” केजो। काहाके आनी गेथु वदु केय तीहयु बुराय मे गेथु से।
अने तीमने आखी वातु जे मे तमने हुकम आप्लो से, मानवा ह़ीकाड़ो: अने देखो, मे कळी ना आकरी लग सदा तमारी ह़ाते से।”