12 अने जीसम आमु अमारा गुनेगार ने तीमना पाप ना लेदे माफी आपला से, तेमेत तु अमारा पाप ना लेदे आमने माफी आप;
तीहयी वखत थोड़ाक माणहु, लखवा मे पड़ला एक माणेह ने खाटला मे ह़ुवाड़ीन ईसुन्तां लाया। तीमनो भरहो देखीन ईसु तीहया लखवा मे पड़ला ने हुकम आपीन केदो, सोरा, हीमम्त राख! तारा पाप नी लेदे तने माफी जड़ जी।
काहाके आहयो पीयालो मारा वायदा नु लोय से, जे आखा माणहु ना पाप नी माफी नी लेदे वयवा वाळु से।