45 ईसम करीन तमु आह़फा ना ह़रग वाळा भगवान बाह नी अवल्यात बण जहु; काहाके तीहयो भोळा अने कुहर्या बेम माणहु पोर आह़फा नु दाड़ो उगाड़े अने धरमी अने वण-धरमी बेम माणहु पोर पाणी पाड़े।
“जुगाळा से तीहया, जे मेळ कराव्वा वाळा से! काहाके तीहया भगवान ना सोरा केवायहे।”