43 तमु ह़मळी र्या: केदलु हतु के आह़फा ना ह़ाते वाळा ने मोंग करो अने आह़फा ना वेरी सी रीह राखो।
‘आह़फा ना आय्ह-बाहा नी ईज्जत करजे’ अने ‘जेम तु आह़फा ने मोंग करे तेमेत तारा ह़ाते वाळा ने बी मोंग करजे।’”
तमु ह़मळी लेदला से, तमारा आड़ा-बुड़ा ने आहयु केदलु हतु के मारजो नी, जे कोय मारहे ता कोरट-कचवरी मे नीयाव ना दाड़े डंड नी लायक ठेरहे।
तमु जाणो के आहयु केदलु से, छीनाळु नी करजो,