पण ते बी आपणु हीय्या माणहु ने ठोकर नी खवाड़्या, एतरे तु दर्या धेड़े जाय्न गळी नाख, अने जे माछली गळी ना काटा मे पेले वळगहे तीने धर लेजे, अने तीनु मोडु उगाड़जे, ता तीनी मे तने एक सीक्को जड़हे। अने तीहया सीक्का ने लावीन मारी जुगु अने तमारी जुगु फाळो भर देजे।
जीने पांच हजार ह़ोना ना सीक्का आप्या हता, तीहयो अळी पांच हजार कमाय्न लावीन केदो, “मालीक! तु मने पांच हजार ह़ोना ना सीक्का आपलो। देख, मे अळी पांच हजार ह़ोना ना सीक्का कमाय लायो।”
पण मे तमने केम जे कोय आह़फा ना भाय पोर रीह करहे तीने कोरट-कचवरी मे नीयाव ना दाड़े डंड नी लायक ठेरहे। अने कदीम कोय आह़फा ना भाय ने रीकामा, केहे तीहयो मोट्ली पंचु मे डंड नी लायक ठेरहे; अने जे कोय आह़फा ना भाय ने ए गांडा, केहे तीहयो नरक नी आक्ठी नो डंड नी लायक ठेरहे।
कदीम तमारो जमण्यो डोळो तमने पाप करावे, ता तीने काडीन नाख देवो। काहाके वारु ते आहयुत से के तमारा डील मे ना एक अंग खुट जाय, पण तमारु आखु डील नरक मे नी आक्ठी मे नी नखाये।