11 “जुगाळा से तमु, जत्यार माणहु मारीन करते तमारी नामबद्दी करे अने वेला पाड़े, अने तमारी पोर आखी भातीन कुहराय करीन झुटो गुनो लगाड़े।
तमु मने मान र्या करीन तमने राज करन्या, अने राजा अगळ लीजहे, अने ईसम करीन तमु आड़जात्या अगळ मारा गवा बणहु।
मारा नाम ना कारण आखा माणहु तमारी सी ह़ीगी करहे, पण जे मरते लग गम खाहे, तीमने छुटकारो जड़हे।
चेला ने मास्तर बराबर अने पावर्या ने मालीक बराबर हयवान घणु से; जत्यार तीहयो घोर ना मालीक ने बालजबुल केदो ता तीहया घोर वाळा ने काहा नी केय?”
जे आह़फा नो जीव बचाड़वा हींडे, तीहयो आह़फा ना जीव ने खोय देय; अने जे मारीन करते आह़फा नो जीव खोय नाखहे, तीहयो आह़फा ना जीव ने बचाड़ लेहे।”
अने जे मारा नाम ना लेदे आह़फा ना घोर ने नीता आह़फा ना सग्गा भाय ने अने बेनेह ने अने आय्ह-बाहा ने सोरा-सोरी ने, नीता खेतर वाड़ी मारा नाम नी करते सोड़ देदलो से, तीहयो ह़ोव गुणा हात करहे, अने तीहयो अमरकाय जीवाय नो हकदार्यो हय जहे।
मारा नाम नी करते आखी जाती ना माणहु तमारी सी ह़ीगी करहे, अने तीहयी टेमे माणहु तमने वेला पड़ाव्वा करीन धरावह़े अने तीहया तमने मार नाखहे।
अने तां माय्न आव्वा अने जवा वाळा माणहु मुंडु हीलावीन तीनी हाही उडाड़ता हता अने तीनो वाक काड्या।