14 काहाके भगवान वगे गेथा केण्या यसाया नी लारे केदलु हतु तीहयु पुरु हये:
अने नासरत नाम ना गाम मे जाय्न रेवा बाज ज्यो, काहाके तीहयो बोल पुरो हये, जे भगवान वगे गेथी वात केण्या माणहु नी लारे केदलो हतो: “तीहयो नासरी केवायहे।”
तीहयो हेरोद राजा ने मरते लगण युसुफ मरीयम अने सोरु ह़ाते मीसर देस मेत र्यो, अळतेण मालीक भगवान वगे गेथी वात केण्या माणहु नी लारे केदली वात पुरी हये, “मे मारा सोरा ने मीसर देस मे गेथो बोलायो।”
आहयु आखु आनीन करते हयु र्यु के भगवान वगे गेथा केण्या माणहु नी लारे जे बी केदलु हतु तीहयु आखु पुरु हय जाय।” अळतेण आखा चेला ईसु ने रेवा दीन नाह पड़्या।
पण कदीम मे आसम वीन्ती करीन ह़रगदुत बोलाय लेही ता खरली सास्तर मे लीखली वात केम पुरी हयहे?”
भगवान वगे गेथी वात केण्या यसाया नी वात पुरी करवा करीन आहयु आखु हयु, तीहयो आखु लीखलो हतो: तीहयो अमारी आखी लुलखाय ने झेल लेदो, अने अमारी मंदवाड़ ने सेटी कर देदो।
आहयु आखु आनीन करते हयु के जे बोल मालीक, भगवान वगे गेथी वात केण्या नी लारे केदलो, पुरो हये:
तीहयो नासरत ह़ेर ने सोड़ीन, कफरनहुम ह़ेर मे जे दर्या धेड़े जबुलुन अने नप्ताली ना देस मे जीन रेवा बाज ज्यो।
“जबुलुन अने नप्ताली परगणा मे दर्या नी वाट्ये, यरदन नंदी नी बुडण्ला ईलाका वाळा, आड़जात्या ना देस गलील मे।