15 ईसु तीने जपाप आप्यो, “हमणे आहयु ईसमेत हयवा दे, आपणु ने, भगवान ने जे गमे तीने पुरु करवा करीन आहयुत करवा वारु से।” ता युहन्नो तेमेत हयवा देदो।
युहन्नो आहयु केतो जाय्न ईसु ने रोकवा बाज ज्यो, मने तारा हात सी बपतीस्मा लेवा नी जरवत से, अने तु मारीन्तां काहा आय र्यो?