11 तीहयी जवात बाज री हती के पेहरो देण्या मे गेथा थोड़ाक माणहु ह़ेर मे आवीन आखी वात डायला पुंजारा ने ह़मळाया।
तीना बीक सी झापले पेहरो देण्या काप उठ्या, अने मरला ह़रका हय ज्या।
तत्यार तीहया डायला पुडारी नी ह़ाते भेळा हय्न वीच्यारीन अने सीपायड़ा ने ढेरका चांदी ना सीक्का आप्या,