63 अने केदा, “ए मालीक! आमने फोम से के तीहयो धोको देवा वाळो जत्यार जीवत्लो हतो, ता केदलो हतो के ‘मे तीसरे दाड़े अळी पासो जीवतो हय जही।’
तीहयी टेमे गेथो ईसु आह़फा ना चेला ने आहयु ह़मजाड़वा बाज ज्यो के मने यरुसलेम जवा नु से; तां डायला पुडारी, अने भगवान ना डायला पुंजारा, अने युहदी धरम ह़ीकाड़न्या मने वेला पाड़हे अने मने मार नाख्हे। पण मे तीसरा दाड़े पासो जीवतो हय जही।
अने आड़जात्या माणहु ना हात मे ह़ोप देहे, जीनी सी तीहया माणहु तीनी हाही उडाड़ह़े, अने तीने चापका देहे अने कुरुस पोर चड़ावहे; बाखीन तीसरा दाड़े तीहयो जीवतो हय जहे।”
तीहयो तीने मार नाखहे, पण तीहयो तीसरा दाड़े जीवतो हय जहे। आहयु ह़मळीन चेला घणा दुखी हय ज्या।
अने केदा, “आहयो अदमी केदलो, ‘मे भगवान ना मंदीर ने ओदार देही, अने तीन दाड़ा मे तीने अळी उबो कर देही।’”
एतरे तीन दाड़ा लग मड़ाट्या नी रखवाळी करवा नो हुकम आप। कदीम ईसम नी हय जाय, के तीना चेला हीने चोरी करीन लीत्ती रेय, अने माणहु सी केय के ईसु मरला मे गेथो पासो जीवतो हय ज्यो। आहयो पासलो धोको ते पेल्ना धोका गेथो बी जादा रद्दी हयहे।”
तीहयो आञे नी हय, पण आह़फा बोलु नी अनसारे जीवतो हयलो से। आवो, आहयो जागो देखो, जां ईसु मालीक ने मेकला हतो,