6 डायला पुंजारा चांदी ना रुप्या चुटीन केदा, “आहया रुप्या ने खजाना मे मेकवा वारु नी हय, आहया ते लोय ना दाम से।”
ए आंदळा अगळवाण्या! तमु मीचर्या ने ते झारो, बाखीन उटड़ा ने ते गळ जावो।
आहयु ह़मळीन यहुदा चांदी ना सीक्का मंदीर मे नाख देदो अने जाय्न गळा मे दोड़ु बांदीन टंगाय्न मर ज्यो।
एतरे तीहया वीच्यार काड्या अने अळतेण तीहया रुप्या नो, माणहु ने गाड़वा करीन कुमायड़ा नु खेतर वेचातु ली लेदा।