51 तीहयी टेमे मंदीर नो पड़दो उपर गेथो हेटो लग, फाटीन बे ठेपाड़ा हय ज्यो, धरती हील जी अने चाफर्या फाट ज्या
सुबेदार अने तीनी ह़ाते ईसु नो पेहरो देण्या सीपायड़ा धरती हीलीन धदड़नु अने जे कंय हयु तीहयु आखु देखीन घण-जबर बीही ज्या, अने की पड़्या, ह़ाचलीन! आहयो भगवान नो सोरो हतो।
अने देखो, धरती हीली, काहाके मालीक नो एक दुत ह़रगे गेथो उतर्यो अने ह़ाते आवीन तीहयो दगड़ा ने ढबळाय देदो, अने तीनी पोर बह ज्यो।