50 अने अळतेण ईसु ज्योरेत आड़्यो अने जीव सोड़ देदो।
काहाके मनख्या नो सोरो बी आह़फा नी चाकरी कराव्वा करीन नी, बाखीन चाकरी करवा करीन अने ढेरेत जणा ने सोड़ाव्वा करीन आह़फा नो जीव आपवा आवलो से।”
थोड़ाक माणहु केदा, रेवा दे! देखजे हीने एलीयो बचाड़वा आवे के नी आवे।