40 अने ईसम केता हता, “ए मंदीर ने ह़ुदारवा वाळा अने तीन दाड़ा मे तीने पासो बणाव्वा वाळा। कदी तु भगवान नो बेटो हय ता, आह़फा ने बचाड़, अने कुरुस पोर गेथो उतरीन आव।”
आहयी पीड़ी ना कुहर्या अने छीनाळ्या माणहु एक सेलाणी मांग र्या, पण आमने धरमी योना नी सेलाणी वगर कानी बी सेलाणी नी जड़े। आहयी वात कीदीन ईसु तीमने सोड़ीन जत र्यो।’”
अने केदा, “आहयो अदमी केदलो, ‘मे भगवान ना मंदीर ने ओदार देही, अने तीन दाड़ा मे तीने अळी उबो कर देही।’”
आहयी रीते, डायला पुंजारा बी चोखली सास्तर ह़ीकाड़न्या अने डायला पुडारी ह़ाते, ईसम केता जाय्न तीनी हाही उडाड़ता हता,
“हीय्यो बीजा ने बचाड़्यो, पण आह़फा ने नी बचाड़ सक्यो। आहयो ते ईस्रायली माणहु नो राजा से। हाव कुरुस पोर गेथो उतरीन आव, ता आमु आनी पोर भरहो करहु।
सुबेदार अने तीनी ह़ाते ईसु नो पेहरो देण्या सीपायड़ा धरती हीलीन धदड़नु अने जे कंय हयु तीहयु आखु देखीन घण-जबर बीही ज्या, अने की पड़्या, ह़ाचलीन! आहयो भगवान नो सोरो हतो।
अने पारखवा वाळो भुतड़ो आवीन ईसु ने केदो, कदीम तु भगवान नो सोरो हय, ता आहया दगड़ा ने हुकम आपीन कीदे, के तमु रोट्ला बण जावो।
अने भुतड़ो ईसु ने केदो, “कदीम तु भगवान नो सोरो हय, ता मंदीर नी चोटली पोर गेथो आह़फोत हेटो कुद पड़, काहाके चोखली सास्तर मे लीखलु से; भगवान तारी रखवाळी करवा करीन ह़रगदुत ने हुकम आपहे; तीहया तने उपरेत झेल लेहे, अने तारा पोगु मे दगड़ा नी ठेह नी लागवा देय।”