31 अळतेण तीहया तीनी हाही कर चुक्या ता तीहया तीनु नाब्लु डगलु नीकाळ देदा अने तीने तीनात लुगड़ा पेराया अने तीने कुरुस पोर चड़ाव्वा करीन ली ज्या।
अने आड़जात्या माणहु ना हात मे ह़ोप देहे, जीनी सी तीहया माणहु तीनी हाही उडाड़ह़े, अने तीने चापका देहे अने कुरुस पोर चड़ावहे; बाखीन तीसरा दाड़े तीहयो जीवतो हय जहे।”
तीहया तीने धर लेदा अने अंगुर नी वाड़ी मे गेथा बारथा नीकाळीन मार नाख्या।
“तमु जाणो के बे दाड़ान बाद फसह नो तीवार से। ता मनख्या ना सोरा ने कुरुस पोर चड़ावीन मारवा करीन माणहु धराय देहे।”