16 तीहयी टेमे तां ह़ारो एक बरब्बा नाम नो एक डामीस केदड़ो जेल मे हतो।
फसह ना तीवार ना दाड़े अदीकारी नी आहयी रीती हती के तीहयो आहया तीवार पोर काना बी एक केदड़ा ने माणहु नी मरजी नी अनसारे जेल मे गेथा छोड़्या करतो हतो।
एतरे पीलातुस भेळा हय रेला माणहु ने केदो, “तमने ह़ु जोवे? मे तमारी जुगु कोयने सोड़ देम? बरब्बा ने के मसी केवायवा वाळा ईसु ने सोड़ु?”