69 अने पतरस तीहयी टेमे बारथो आंगणा मे बह र्यो हतो। अने एक पावर्याण सोरी ह़ाते आवीन तीने केदी, “तु बी गलील वाळा ईसु ह़ाते हतो।”
अळतेण पतरस झापला नी पयड़ी भणी ज्यो, पण एक अळी बीजी पावर्याण तीने देखी अने तां ह़ारीक उबा हय रेला माणहु ने केदी, “आहयो अदमी बी ईसु नासरी ह़ाते हतो।”
अने पतरस बी थोड़ोक सेटो रीन ईसुन पसळ-पसळ आयो अने डायला पुंजारा ना घोर ना आंगणा मे ज्यो, अने ईसु ह़ाते हयत्लु तीहयु देखवा करीन रखवाळ्या पावर्या ह़ाते बह ज्यो।
तीहयी टेमे डायला पुंजारा अने डायला पुडारी केफा नाम ना डायला पुंजारा नी हवेली मे भेळा हया।
अने माणहु केता हता, “आहयो गलील जीला नो नासरत ह़ेर वाळो भगवान वगे गेथी वात केण्यो माणेह ईसु से!”
पण पतरस आखा अगळ ईसु नो नीकारो करतो जाय्न केदो, “तु ह़ु केवा बाज री मे नी जाणतो।”