58 अने पतरस बी थोड़ोक सेटो रीन ईसुन पसळ-पसळ आयो अने डायला पुंजारा ना घोर ना आंगणा मे ज्यो, अने ईसु ह़ाते हयत्लु तीहयु देखवा करीन रखवाळ्या पावर्या ह़ाते बह ज्यो।
तारो वेरी तने थाणा मे लीन जवा वखत वाट्येत हय, ता तीने छोटोत आह़फा नो दोस्तीदार बणाय ले कंखर तीहयो तने नीयाव करन्या ना हात मे कर देय, अने नीयाव करन्यो तने सीपायड़ा ना हात मे कर देय, अने सीपायड़ा तने जेल मे कुंड देय।
तीहयी टेमे डायला पुंजारा अने डायला पुडारी केफा नाम ना डायला पुंजारा नी हवेली मे भेळा हया।