45 अळतेण ईसु आह़फा ना चेलान्तां आवीन तीमने केदो, “तमु हजु लग ह़ुवीन अरामेत करवा बाज र्या ह़ु? देखो! हाव तीहयी टेम आय जेली से, जत्यार मनख्या नो सोरो पापी माणहु ना हात मे ह़ोप देहे।
अने ईसु केदो, “ह़ेर मे तीहया अदमीन्तां जावो, अने तीने केवो, ‘मास्तर आहयु की र्यो के मारी टेमे ह़ाते आय जेली से, मे मारा चेला ह़ाते तारा घोर फसह तीवार नु खाणु खाही।’”
“तमु जाणो के बे दाड़ान बाद फसह नो तीवार से। ता मनख्या ना सोरा ने कुरुस पोर चड़ावीन मारवा करीन माणहु धराय देहे।”
तीहयो तीमने सोड़ीन अळी वीन्ती करवा ज्यो, अने वीन्ती ना तीहयात बोलु कीन तीसरी कावा वीन्ती कर्यो।
उठो! आपणु जीया, देखो, मने धोको दीन धराव्वा वाळो ह़ातेत आव्वा बाज र्यो।”