39 ईसु थोड़ोक अगो जाय्न अळतेण तीहयो धरती पोर ढुंगो वळीन वीन्ती कर्यो, “ए मारा बाह! कदीम तारी मरजी हय, ता आहयो दुख नो पीयालो टाळ दे। ते बी मारी नी पण तारीत मरजी पुरी हये।”
ईसु एक कावा अळी, जाय्न, आहयी वीन्ती कर्यो, “ए मारा बाह! कदीम आहयो पीयालो मारा पीया वगर नी टळे, ता तारीत मरजी पुरी हये।”
ईसु जपाप आप्यो, “तमु नी जाणता के तमु ह़ु मांगवा बाज र्या। जे दुख नो पीयालो मे पीवा वाळा से, तीहयो दुख नो पीयालो तमु पी लेहु ह़ु?” तीहया केदा, “होव मालीक।”
काहाके झुटा मसी अने भगवान नु नाम लीन झुट मेकण्या माणहु देखाव पड़हे, अने एवी भारी सेलाणी अने सेल-भात्या कामु देखाड़हे, हय सके ता तीहया टाळला माणहु ने बी भगवान ना भरहा गेथा सेटा करवा नी कोसीत करहे।