38 अळतेण ईसु तीमने केदो, “मारो मन घण-जबर दुखी से, अने मारो जीव नीकळवा हींडे; तमु आञे रेवो, अने मारी ह़ाते चेतीन रीन जागला रेवो।”
एतरे चेतीन रेवो, काहाके तमने मनख्या ना सोरा नी आव्वा नी टेम अने दाड़ो मालम नी हय।