तीहया नीयाव ना दाड़े घणा ढेरका माणहु मने केहे, मालीक! आमु तारु नाम लीन भगवान वगे गेथी वात नी केदा ह़ु? तारु नाम लीन भुत ने नी नीकाळ्या ह़ु? अने तारु नाम लीन सक्ती ना काम नी कर्या ह़ु?
जे भगवान वगे गेथी वात केण्या माणहु नो आनीन करते आव-भाव करे के तीहयो भगवान वगे गेथी वात केण्यो माणेह से, ता तीने भगवान वगे गेथी वात केण्या ना ईलाम ने तेवुत ईलाम जड़े। अने जे धरमी नो आनी करते आव-भाव करे के तीहयो धरमी से, ता तीने भगवान वगे गेथी वात केण्या माणहु ना ईलाम ने तेवुत ईलाम जड़हे।