31 जत्यार मनख्या नो सोरो आह़फा बड़ाय भेळ आवह़े, अने आखा ह़रगदुत तीनी ह़ाते आवहे ता तीहयो आह़फा नी बड़ाय नी राजगादी पोर बहलो रेहे।
ईसु आह़फा ना चेला ने केदो, “मे तमने ह़ाचलीन केम, के नवली कळी मे जत्यार मनख्या नो सोरो पासो आवीन आह़फा नी बड़ाय सी भराय्न राजगादी पोर बठह़े, ता तमु बी बारे राजगादी पोर बहीन ईस्रायल ना बारे कुळी नो नीयाव करहु, काहाके तमु मारी वात मानीन, मारी पसळ चालवा बाज र्या।”
काहाके मनख्यान बेटो आह़फा ना ह़रगदुत नी ह़ाते आह़फा ना बाह नी बड़ाय भेळ आवहे, अने तीहयो आखा माणहु ने तीमना काम ना अनसारे फोळ आपहे।
ईसु केदो, “होव, तु केदो तेमेत से। मे तमने आहयु बी केम, हाव गेथा तमु नीस्ता मनख्या ना सोरा ने आखा मे जोरभर्या भगवान ना जमणी धेड़े बह रेलो अने ह़रग ना वादळा पोर आवत्लो देखहु।”
अने अळतेण आरदी राते कचाट ह़मळायी, “देखो लाडो आव्वा बाज र्यो। तीने भेटवा करीन चालो।”