11 आनी बाद तीहया बीजा कुवार्या सोर्या बी आवीन केदा, “मालीक! ए मालीक! अमारी जुगु बी झापलु उगाड़ दे।”
तीहयी टेमे ह़रग नु राज तीहयी दह़ कुवारी सोरीन तेवु रेहे, जे आह़फा ना दीवा लीन लाडा ने भेटवा करीन जी।
ता नवलो लाडो जपाप आप्यो, “मे तमने ह़ाचलीन केम, मे तमने नी जाणु।”