10 अने तीहया कुवार्या सोर्या तेल लेवा जवात बाज र्या हता अने नवलो लाडो आय लाग्यो। तीहयीत टेमे जे तीयार हती, तीहयी तीनी ह़ाते वेवा वाळा घोर मे जत री, अने झापला दी देदा।
एतरे तमु बी तीयार रेवो, काहाके जे घड़ी ना बारा मे तमु सोचो बी नी, तीहयी घड़ी मनख्या नो सोरो आय लागहे।
अने अळतेण आरदी राते कचाट ह़मळायी, “देखो लाडो आव्वा बाज र्यो। तीने भेटवा करीन चालो।”
जे मने “ए मालीक! ए मालीक! केय, तीमनी माय्न कोय बी ह़रग राज मे भराय नी सके, पण तीहया एतरा जे मारा ह़रग वाळा बाह नी मरजी पोर चाले।”
एतरे जागीन चेतीन रेवो, काहाके तमने नी मालम के तमारो मालीक काना दाड़े आवह़े।
आहयु वारु रीते ह़मजी लेवो, कदीम घोर ना मालीक ने मालम रेय के चोट्टो राते कानी टेमे आवह़े, ता तीहयो जागलो रेय अने आह़फा ना घोर मे चोरी नी हयवा देय।