51 अने मालीक तीने घण भारी डंड आपहे, अने ढोंगड़ा करन्या ह़ाते भेसकी देहे, अने तीहया तां ह़ारीक फुकु-फुकु रड़हे अने दातु ककड़ावता रेहे।”
पण राज्य नी अवल्यात ने बारथा अंदारला मे नाख देहे: तां रड़हे अने दातु ककड़ावता रेहे।
तत्यार राजो आह़फा ना पावर्या ने हुकम आपीन केदो, आना हात अने पोगु बांदीन आने बारथो अंदारला मे नाख देवो। तां तीहया माणहु रड़हे, अने दात ककड़ावहे।
अने आहया रीकामा पावर्या ने बारथु ना अंदारला मे नाख देवो। तां ह़ारीक रड़वा अने दातु ककड़ाव्वा नु रेहे।
ता तीहया पावर्या नो मालीक एवा दाड़े आवह़े, जत्यार तीहयो तीनी वाट नी जोय र्यो हय। अने एवी टेम मे आवह़े, जे तीने मालम नी हय।