45 “एवो कोय ईमानदार अने अक्कल वाळो, चाकर्यो से, जीने तीनो मालीक आह़फा ना घोर ना पावर्या नो मुखी बणावे। अने केय के तु मारा पावर्या ने टेमे-टेमे खावा-पीवा नी चीज आप्या करजे?
तीनो मालीक तीने केदो, “घणु वारु, भला अने भरहा लायक पावर्या! तु थोड़ुक मे भरहा लायक र्यो, मे तने ढेरकी चीज पोर हक आपही। तारा मालीक नी खुसी मे साजल्यो बण।”
तीनो मालीक तीने केदो, “घणु वारु, भला अने भरहा लायक पावर्या! तु थोड़ुक मे भरहा लायक रेलो से, मे तने ढेरकी चीज पोर हक आपही। तारा मालीक नी खुसी मे साजल्यो बण।”
ईसु तीमने केदो, “एतरे जे बी चोखली सास्तर नो कायदो ह़ीकाड़न्यो ह़रग राज नो चेलो बण्लो से, तीहयो तीहया घोर मालीक ह़रको से, जे आह़फा ना घोर ना खजाना मे गेथो नवला अने जुन्ला चीज नीकाळे।”
देखो, मे तमने लेंड्या ह़रको माणहुन वच मे गाडरान तेम मोकलु। एतरे गड़हा ने तेम कदर्या अने पारवान तेम खरला बणो।
तीमनी मेनी पांच वण-अकल्याण हती अने पांच ह़मजदार हती।
जे मारी आहयी वात ने ह़मळीन तीनीन तेम जीवे, तीहयो तीना ह़मजदार माणेह ने तेम से, जे आह़फा नु घोर चाफर्या पोर वारु पायो खोदीन बणायो।
जुगाळो से तीहयो पावर्यो, जीनो मालीक आवे, तत्यार तीहयो तीने ह़ोपलु काम करत्लो देखे।