26 कदीम तीहया तमने केय, देखो, ह़ेलो उजाड़ी बड़ा मे से, ता तमु तां नी जजो; नीता, तीहया केय, “तीहयो आञे ह़ारीक कोपरा मे से, ता भरहो नी करजो।”
तीहया दाड़ा मे बपतीस्मा आपण्यो युहन्नो, युहदी जीला ना बड़ा मे आवीन, आड़ीन आहयु परच्यार करवा बाज ज्यो,
देखो, आहयी आखी वात मे तमने पेले गेथोत की र्यो।
काहाके जीसम वीजळी उगवणी गेथी नीकळीन बुडवणी लग वीजळे, तेमेत मनख्या नो सोरो बी उजन्तो आवह़े!