8 “तमु ‘गुरु’ केवायवा करीन ना हुकारो, काहाके तमारो एकीत गुरु से, अने तमु आखान-आखा भाय से।”
तमु “मालीक” बी नी केवाड़जो, काहाके तमारो एकीत मालीक से जे मसी से।
तीहयो केवात बाज र्यो हतो तीहयीत टेमे पपलत्लु वादळु आवीन तीमने ढाक लेदु अने ह़रग मे गेथी आसम अवाज आवी, आहयोत मारो मोंगाळ्ळो सोरो से। मे आनी पोर घणो खुस से, आनीत वात ह़मळो!
अळतेण तीहयो यहुदा ईसुन्तां आवीन केदो, “ए मास्तर! वारलो से के?” अने तीहयो ईसु ने कुको देदो।
चेला ने मास्तर बराबर अने पावर्या ने मालीक बराबर हयवान घणु से; जत्यार तीहयो घोर ना मालीक ने बालजबुल केदो ता तीहया घोर वाळा ने काहा नी केय?”
हाट मे वारु से के अने माणहु अगळ गुरु केवाड़वा हीमने वारु गमे।
ता तीने धराव्वा वाळो यहुदा ईसु ने पुछ्यो, “ए मास्तर! तीहयो मे ते नी हय ह़ु? मे से?” ईसु तीने केदो, “होव, ह़ाचलीन तु की देदलो से।”