19 ए आंदळा! कोय मोटु से? भेट मोटी से के तीहयी वेदी मोटी से? जीनी सी भेट चोखी हय जाय?
ए वण-अकल्या आंदळा! कोय मोटु से? ह़ोनु मोटु के तीहयो भगवान नो मंदीर मोटो से? जीनी सी ह़ोनु चोखलु हय जाय?
तमु आहयु बी केवो, “कदीम कोय वेदी नी ह़ाम खाय, ता तीनी कंय नी खरी हय, पण कदीम तीहयो वेदी पोर मेल्ली भेट नी ह़ाम खाय, ता तीनी खरी उतरी जाय।”
एतरे खास वात आहयी से के, जे वेदी नी ह़ाम खाय, तीहयो ते वेदी पोर मेकायलु चीज नी बी ह़ाम खाय केवाये।