5 पण तीहया आहयी वात पोर धीयान नी देदा। कानो आह़फा ना खेतर भणी जत र्यो, अने कानो आह़फा नु वेपारु करवा जत र्यो।
जे बीज झाटवा वाळी जागा मे पड़्यु तीहयु ते माणेह नी सेलाणी से, जे भगवान ना बोलु ह़मळे ते खरो, पण तीने कळी मे वाळी जीवाय्न नी फीकर अने धन नी लालच भगवान ना बोलु ने पाळीन चालवा नी देय, अने तीहयो जीवाय्न फोळ नी लावे।
राजो नेवतु आपला माणहुन तां अळी बीजा पावर्या ने आहयु केतो जाय्न मोकल्यो, “नेवतु आपला तीहया माणहु ने की देवो, देखो! मे मारी पंगात नु खाणु तीयार कर देदलो से। मारा बोळद्या अने पाळ्ळा जानवरु मराय नाखलो से। अने खाणु तीयार से; वेवा नी पंगात मे आवो।”
अने काना माणहु तीहया राजा ना पावर्या ह़ाते वारु वेहवार नी कर्या अने तीमने मार नाख्या।