29 ईसु तीमने जपाप आप्यो, “तमु चोखली सास्तर अने भगवान नी सक्ती ने नी जाणता; आना कारण सी भुल मे पड़ र्या।
एतरे पासा जीवता हयवा पोर तीहयी तीहया ह़ातोव भाय मे गेथी कोयनी लाडी हयहे? काहाके तीहयी आखा नी लाडी बणली हती।”