35 बाखीन तीहया कीरसाण्या तीहया पावर्या ने धरीन काना ने ठोक्या; अने काना ने दगड़ाट्या, अने काना ने मार नाख्या।
तमु खुस रेजो अने खुसी मनावजो काहाके तमारी वाटु ह़रग मे घणु मोटु ईलाम से। काहाके आहयीत रीते भगवान वगे गेथा केण्या माणहु ने वेला पाड़ता हता।”
अंगुर नी मेर भेळी करवा नी टेम आयी, ता तीहयो वाटो लेवा करीन कीरसाण ने तां आह़फा ना पावर्या ने मोकल्यो।
अळतेण एक कावा अळी तीहयो पेले गेथा ढेरका पावर्या ने मोकल्यो अने तीहया कीरसाण्या तीमनी ह़ाते तेवोत वेहवार कर्या।