23 जत्यार ईसु भगवान ना मंदीर मे जीन ह़ीकापण आप्तो हतो, ता डायला पुंजारा अने डायला पुडार्या ईसुन्तां आवीन केदा, “तु काना हक सी आहयु आखु करवा बाज र्यो? कोय तने हक आप्यो?”
तीहयीत टेमे ईसु माणहु ने केदो, “तमु मने डाकु ह़मजीन, तलवार्या अने डींगा लीन मने धरवा आय र्या ह़ु? मे ते दाड़ीनेत मंदीर मे बहीन ह़ीकापण आप्या करतलो, तीहयी टेमे तमु मने काहा नी धर्या?
ईसु तीमने केदो, “मे बी तमने एक सवाल पुछु, कदीम तमु मने तीनो जपाप आप देदा, ता मे बी तमने की देही के मे काना हक सी आहयु आखु करवा बाज र्यो।
ईसु मंदीर सी नीकळीन जवा बाज र्यो हतो ता तीना चेला मंदीर नी बणावट ने देखाड़वा करीन तीनी ह़ाते आया।
तीमने केदो, “तमु बी मारी अंगुर नी वाड़ी मे जावो, मे तमने तालेत दाड़की आपही।”