28 काहाके मनख्या नो सोरो बी आह़फा नी चाकरी कराव्वा करीन नी, बाखीन चाकरी करवा करीन अने ढेरेत जणा ने सोड़ाव्वा करीन आह़फा नो जीव आपवा आवलो से।”
काहाके आहयो पीयालो मारा वायदा नु लोय से, जे आखा माणहु ना पाप नी माफी नी लेदे वयवा वाळु से।
ईसु तीने केदो, लेंड्या जुगु रेवा करीन तीमना दोर से अने ह़रग ना चड़ा जुगु तीमना पोतरा से, पण मनख्या ना सोरा जुगु मुंडु मेलवा लग जागो नी हय।
अने तमारी मे डायलो बणवा हींडे, तीहयो तमारो पावर्यो बणवा जोवे।