22 ईसु जपाप आप्यो, “तमु नी जाणता के तमु ह़ु मांगवा बाज र्या। जे दुख नो पीयालो मे पीवा वाळा से, तीहयो दुख नो पीयालो तमु पी लेहु ह़ु?” तीहया केदा, “होव मालीक।”
ईसु एक कावा अळी, जाय्न, आहयी वीन्ती कर्यो, “ए मारा बाह! कदीम आहयो पीयालो मारा पीया वगर नी टळे, ता तारीत मरजी पुरी हये।”
ईसु थोड़ोक अगो जाय्न अळतेण तीहयो धरती पोर ढुंगो वळीन वीन्ती कर्यो, “ए मारा बाह! कदीम तारी मरजी हय, ता आहयो दुख नो पीयालो टाळ दे। ते बी मारी नी पण तारीत मरजी पुरी हये।”
आहयु आखु आनीन करते हयु र्यु के भगवान वगे गेथा केण्या माणहु नी लारे जे बी केदलु हतु तीहयु आखु पुरु हय जाय।” अळतेण आखा चेला ईसु ने रेवा दीन नाह पड़्या।
पतरस अळी ईसु ने केदो, “कदीम तारी ह़ाते मने भले मरवा बी पड़े, ते बी मे तारो नीकारो नी करु।” अने आखा चेला हेमेत केदा।