14 आहयु ह़मळीन तीहयीत राते उठीन सोरु अने तीनी आय्ह ने लीन मीसर देस भणी चाल पड़्यो।
जत्यार युसुफ ह़ुवीन उठ्यो, तत्यार ह़पना मे भगवान नो ह़रगदुत केदो तेमेत कर्यो अने मरीयम ह़ाते वेवा करीन आह़फा ना घोर ली आयो;
तीहया जानकारु ने जवादीन मालीक नो दुत युसुफ ने ह़पना मे देखाव पड़्यो अने हुकम आपीन केदो, “उठ! सोरु अने तीनी आय्ह ने लीन मीसर देस नाह जा। जत्यार लग मे पासो चाल नी केम तत्यार लग तांत रेजे। काहाके हेरोद राजा मराय नाखवा करीन सोरु ने ह़ोदाड़वा वाळो से।”
तीहयो हेरोद राजा ने मरते लगण युसुफ मरीयम अने सोरु ह़ाते मीसर देस मेत र्यो, अळतेण मालीक भगवान वगे गेथी वात केण्या माणहु नी लारे केदली वात पुरी हये, “मे मारा सोरा ने मीसर देस मे गेथो बोलायो।”