14 बाखीन ईसु केदो, “सोरा ने मारीन्तां आव्वा देवो, अने हीमने ना रोको, काहाके ह़रग नु राज हीमनी ह़ारका नु से।”
अने केदो, मे तमने ह़ाचलीन केम, कदी तमु नी फीरो अने सोरान तेम नी बणो, तां तक ह़रग राज मे नी भराय सके।
तीहयी टेमे ईसु केदो, “बाह! ह़रग अने धरती ना मालीक! मे तारा गुण गावु; काहाके तु आहयी आखी वात ने अक्कल वाळा अने भणला माणहु गेथी ह़ताड़ीन भोळा सोरा ह़रका माणहु अगळ उजन्ती कर्यो।
“जुगाळा से तीहया जे मन ना गरीब से! काहाके ह़रग नु राज तीमनुत से।”
“जुगाळा से तीहया, जे धरमीपणा ना कारण दुख झेले, काहाके ह़रग नु राज तीमनुत से।”
अने तीहयो सोरा पोर हात मेकीन तीमने संयबरकत आप्यो अने तां गेथो जत र्यो।