33 एतरे जेम मे तारी पोर दया कर्यो, तेमेत ह़ु तने तारा ह़ाते वाळा पावर्या पोर दया नी करवा जोवे ह़ु?
अने जीसम आमु अमारा गुनेगार ने तीमना पाप ना लेदे माफी आपला से, तेमेत तु अमारा पाप ना लेदे आमने माफी आप;
“जुगाळा से तीहया, जे गीणाळ्ळा से! काहाके भगवान तीमनी पोर गीण करहे।”
तत्यार तीनो मालीक तीने बोलावीन केदो, “ए वेरी चाकर्या, तु जे मारी पांह वीन्ती कर्यो, ता मे ते तारो पुरो करजो माफ कर्यो।”
अने तीनो मालीक खीजवाय्न तीने डंड आपवा वाळा ना हात मे ह़ोप देदो, के जत्यार तक तीहयो आखो करजो छुटी नी जाय, तांह तक तीना हात मे रेय।