32 तत्यार तीनो मालीक तीने बोलावीन केदो, “ए वेरी चाकर्या, तु जे मारी पांह वीन्ती कर्यो, ता मे ते तारो पुरो करजो माफ कर्यो।”
तीनो मालीक तीने केदो, “ए वेरी अने ओगज्या पावर्या! तने मालम हतु के ‘मे जां नी वेर्यो, तां वाडु, अने जां नी छाट्यो, तां मे ह़ेमटु।’”
तत्यार तीहया पावर्या नो मालीक तीनी पोर गीण करीन तीने सोड़ देदो, अने तीनो करजो माफ कर देदो।”
तीना ह़ाते वाळा बीजा पावर्या आहयु देखीन घणा नराज हय ज्या अने जाय्न ह़ु-ह़ु हयु तीहयु आखु तीमना मालीक ने देखाड़ देदा।
एतरे जेम मे तारी पोर दया कर्यो, तेमेत ह़ु तने तारा ह़ाते वाळा पावर्या पोर दया नी करवा जोवे ह़ु?